Thursday, August 23, 2018

Indefinite

धर्म : अपने को बदलते रहना, अपनी गलती को देखना
अधर्म : दूसरे को बदलना, दूसरे की गलती को माफ न करना

अर्थ : धर्म का पालन ही अर्थ है
अनर्थ : धर्म के विपरीत अर्जित धन अनर्थ है

विद्या : सा विद्या या विमुक्तये, विद्या मुक्ति नहीं देती, पर जो मुक्ति दिलाये वही विद्या है| तेरा और मेरे का भेद मिटा दे वही विद्या है| बड़े और छोटे का अंतर मिटा दे वही विद्या है| पत्थर में परमात्मा दिखा दे वही विद्या है|

आस्तिक : निसर्ग में जो भी हो रहा है उसका सामान्य भाव से स्वीकार करना आस्तिकता है| पत्थर को "ही" नहीं पत्थर को "भी" परमात्मा माने वही सच्चा आस्तिक है|

प्रार्थना : उसने जो भी दिया है, उसके लिए सच्चे दिल से उसका धन्यवाद करना ही प्रार्थना है |

હેમુ બુદ્ધુ 

Thursday, August 16, 2018

Agar hai shauk milne ka...

अगर है शौक मिलने का तो हर दम लो लगता जा ,
जला कर खुदनुमाई को , भसम तन पर लगाता जा ,

पकड़ कर इश्क़ की झाड़ू , सफा कर हिज्र -ए -दिल  को ,
दुई की धूल को ले कर ,मुसल्लेह पे उडाता जा ,

मुसल्लेह छोड़ , तस्बीह तोड़ , किताबें डाल पानी में ,
पकड़ तू दस्त मुर्शिद का, गुलाम उनका कहाता जा ,

न मर भूखा , न रख रोज़े , ना जा मस्जिद , ना कर सजदा ,
वज़ू का तोड़ दे कूज़ा , शराब -ए -शौक पीता जा ,

हमेशा खा , हमेशा पी , ना गफलत से रहो एकदम ,
नशे में सैर कर , अपनी खुदी को तू जलाता जा ,

ना मुल्ला हो , ना हो ब्राह्मण , दुई की छोड़ के पूजा ,
हुकुम है शाह -कलंदर का , अनल -हक़ तू कहाता जा ,

कहे मंसूर मस्ताना , मैंने हक़ -ए - दिल में पहचाना ,
वही मस्तों का मयखाना , उसी के बीच आता जा।

Miya Mir

Friday, July 27, 2018

I am I




I do my thing.
You do your thing.
I am not in this world to live up to your expectations.
You are not in this world to live up to mine.
You are You.
I am I.


If by chance we find each other,
it’s beautiful.
If not, it can’t be helped.
I lack love for myself
when, in any attempt to please you, I betray myself.
I lack love for you
when I try to make you be the way I want
instead of accepting you the way you really are.

You are You and I am I.

Tuesday, July 17, 2018

બુદ્ધ

નાહક કરીયે આપણે યુદ્ધ
મારે મન તો હુંય બુદ્ધ ને તુંય બુદ્ધ

હેમુ બુદ્ધુ